भारत की पहचान एक कृषीप्रधान देश है. भारत की ६० से ७० फीसदी आबादी की आजीविका का साधन खेती है. फिर भी आज किसानो की बढ़ती आत्महत्याए देश के सामने चिंता का विषय बना है. जैसे तैसे किसान खेती से अपने रोजी रोटी की व्यवस्था कर पा रहा है. आयेदिन बिगड़ते हुए मौसम के वजह से खेती से मुनाफा हर साल लेना बहुत ही मुश्किल साबित हो रहा है. बच्चोंकी पढाई, बेटी की शादी, बीमारी इन बड़े खर्चों के लिए कर्जा लेना बस यही उपाय किसान के पास रहता है. कर्जा न मिलने पर या लिया हुवा कर्जा ना चुकाने पर खेती बेचने की नौबत किसान पर आती है. ऐसे हालातों में मेहनत की बना पर बड़े मुनाफे की खेती बड़े खर्चों के लिए तथा भविष्य की चिंता मिटाने के लिए करना आवश्यक है. सामान्य खेती के साथ साथ सागवान की खेती के १० चौंका देनेवाले फायदे (Top 10 Benefits of Sagwan Plantation in Hindi) जानकर आप की आँखे खुली की खुली रह जाएगी.
पहले के ज़माने में हर किसान की जमीन के बांधो पर कोई न कोई बड़ा पेड़ होता था. कठिन प्रसंगोमे इन्ही पेड़ो को काटकर – बेचकर किसान मुश्किलोंका हल निकाला करता था. लेकिन पेड़ो की बेशुमार कटाई से और काटे हुए पेड़ो के जगह नए पौधे ना लगाने के कारण ही किसान आज बेहद बुरी हालात से गुजर रहा है. इस समस्या का बेहतरीन उपाय सागवान की खेती के रूप में सामने आया है.

अगर आपके पास एक एकड़ अच्छी पाणी के व्यवस्था की जमीन है तो यकीन कीजिए सागवान की खेती करके आप महज १० साल में करोडपती हो सकते है. जी हाँ पुरे सौ प्रतिशत गारंटी के साथ आप करोडपती हो सकते है. आईये जान लेते है सागवान की खेती के १० चौंका देनेवाले फायदे (Top 10 Benefits of Sagwan Plantation in Hindi).
भारत के किसी भी प्रकार के मिट्टी में बढ़ने की क्षमता.
सागवान के पौधो मे हिमालय छोडके भारत के किसी भी कोने में बढ़ने की क्षमता है. पाणी का अच्छा निस्सारण होने वाली काली, लाल, पिली, सफ़ेद, थोड़ी पथरीली, ऐसे किसी भी तरह की मिट्टी में सागवान अच्छे तरह विकसित होता है. बस सागवान पौधा लगाते समय और पहले ३ साल पाणी और खाद सही मात्रा मे देना आवश्यक है.
१० से ३५ डिग्री सेल्सिअस तापमान में अच्छी वृद्धि.
उत्तर हिमालय को छोड़ पुरे भारत देश में पुरे साल औसतम तापमान १० से ३५ डिग्री सेल्सिअस के बिच में रहता है. १० से ३५ डिग्री सेल्सिअस तापमान में सागवान की अच्छी वृद्धि होती है. इस प्रकार पुरे भारतवर्ष में (Sagwan Plantation) सागवान की खेती के लिए अच्छा मौसम उपलब्ध है.
खाली पहले के ३ सालों की देखभाल की जरुरत – Only 3 Year Maintenance Benefit.
सागवान की खेती ( Sagwan Plantation) में पहले ३ साल अधिक महत्वपूर्ण होते है. १ से १.५ फीट ऊँचे पौधे लगाकर सागवान की खेती का आरंभ होता है. इन पौधों को शुरुवाती दिनों में पाणी की आवश्यकता एवं, तेज हवा से बचाने हेतु दूसरी सुखी लकड़ी के आधार की आवश्यक्ता होती है. जानवर इस पेड़ के पत्ते नहीं खाते लेकिन छोटी आयु में जानवरों से पौधा टूटने का नुकसान हो सकता है. इन छोटी चीजो का ध्यान पहले ३ साल के दौरान रखना बहोद जरुरी होता है.
पाणी की कम लागत – Low Water Requirement for Teakwood Farming.
बड़े मुनाफे वाली फसल के लिए सिंचाई हेतु पाणी अधिक मात्रा में लगता है. सागवान की बात करे तो सागवान पौधे बौने के बाद पहले ६ महीने हर हप्ते पाणी देना आवश्यक होता है. अगर हम जून महीने के शुरुवात में पौधे लगाये और बारिश अच्छी हो रही है तो पाणी देने की जरुरत नहीं होगी. ६ महीने बाद १५ दिन के अंतराल से और बाद में जरुरत होने पर महीने के अंतराल से आवश्यक मात्र में पाणी देना आवश्यक होता है. अगर आप ठिबक सिंचन प्रणाली का वापर करते है तो पाणी की ८०% बचत कर पाएंगे. ३ साल के बाद पाणी की विशेष आवश्यकता होने पर पाणी देना जरुरी होता है. इस तरह सागवान खेती (Sagwan Plantation) में बाकी फसलों से पाणी की अत्यंत कम आवश्यकता होती है तथा पाणी का अंतराल अधिक होने पर नुकसान होने की संभावना नहीं रहती.
पहले २ साल इंटरक्रॉपिंग करके मुनाफा – Inter Cropping Benefit in Top 10 Benefits of Sagwan plantation In Hindi.
सागवान की खेती में पहले २ साल हम इंटरक्रॉपिंग करके मुनाफा ले सकते है. विशेष तौर पर लौकी, करेला, ककड़ी जैसे वेल वर्गीय फसले सागवान की खेती में अच्छा उत्पादन देती है. किसान पहले २ साल इंटरक्रॉपिंग करके रोज के खर्चे के लिए पैसे की आवश्यकता की पूर्ति आसानीसे कर सकता है.
बढ़ते सागवान के टहनियों को छाटके आनेवाला डबल मुनाफा.
सागवान की पहले साल में अच्छी खासी ऊंचाई बढती है. एक साल बाद पेड़ की चौड़ाई बढ़ना शुरू होता है. पेड़ के विकास के साथ उसकी टहनियों का विकास होता है. लंबे सरल लकड़ी हेतु टहनियों का छाटना आवश्यक होता है. ऊँचे लंबे और चौड़े लकड़ी को अच्छा दाम मिलता है. छाटी हुई टहनिया इंधन हेतु मार्केट में बेचकर अच्छा मुनाफा होता है ( The better income source during Teakwood plant growth).
सागवान के सूखे पत्तोके इस्तेमाल से मुनाफा – Use and throw Breakfast Plates making Business an awesome benefit in top 10 Benefits of Sagwan Plantation In Hindi.
सागवान वर्षा वनों में शामिल वृक्ष है जिसकी पत्तिया साल में दो बार झड़ कर नई पत्तियाँ आती है. झडी हुई पत्तियाँ इस्तेमाल करके शादी, पार्टियों में भोजन या नास्ता परोसने हेतु इस्तेमाल की जानेवाली यूज एंड थ्रो प्लेट्स बनाई जाती है. इसके लिए आपको प्लेट्स बनाने की प्रेस मशीन खरीदनी होगी जिसकी मार्केट कीमत लगभग ३० से ४० हजार रुपये है. यह व्यवसाय खेत में जाया जाने वाली पत्तिया कच्चेमाल के रूप में इस्तेमाल करके हरसाल बड़ा मुनाफा देता है. यूज एंड थ्रो प्लेट्स की मार्केट में पुरे साल बहोद डिमांड रहती है. बिना कोई खास मार्केटिंग किए आसानीसे नजदीकी मार्केट में बेचीं जाती है. An extra earning potential small scale Business opportunity for regular money flow with teakwood farming.
टिशु कल्चर सागवान से महज १० साल में करोडपती – A Tissue Culture Sagwan Plantation a way towards Millionaire.
टिशु कल्चर सागवान (Tissue culture Sagwan Plantation) वैज्ञानिक प्रयोगो से तैयार की हुई सागवान प्रजाती है. महज १० साल में काटने लायक लकड़ी टिशु कल्चर सागवान प्रजाती से मिलती है. सागवान की बाकी प्रजातियों में काटने लायक लकड़ी मिलने के लिए २० सालो तक इंतजार करना पड़ता है. यह सागवान प्रजाती एक साल में १५ से १८ फीट बढती है. १० सालों में इस प्रजाती के १ वृक्ष से १५ से १८ घनफीट लकड़ी मिलती है. सागवान लकड़ी का आज २०१८ साल में मार्केट रेट औसतम ३००० रूपये प्रती घनफीट है. याने एक सागवान पेड़ से १५ घनफीट के हिसाब से ४५ हजार रुपये कमाई होती है. १० साल की मजदूरी, खाद, पाणी इत्यादी खर्चा ५०% पकड़कर चले तो भी एक एकड़ (६०० सागवान पेड़) सागवान खेती से करोड़ो का मुनाफा आसानीसे कमाया जा सकता है.
सागवान की लकड़ी से बने प्रोडक्ट बेचकर कई गुना बड़ा मुनाफा.
सागवान की लकड़ी (Teakwood) काटने के बाद सीधा मार्केट में बेच कर करोड़ो रुपये कमाए जा सकते है. अगर आप लकड़ी काटने के बाद सीधा मार्केट में बेचने के बजाय उसके फर्नीचर प्रोडक्ट्स बनाकर मार्केट में बेचेंगे तो आप अपना मुनाफा कई गुना बढ़ा सकते है. The main Income gole complets with selling out teakwood direct in to market. Also increase higher benefit with selling furniture made by your own farm teakwood production.
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समय के साथ साथ बढ़ता डिमांड और मुनाफा
हम हमारे बड़े खर्चे निपटने के लिए बैंक या और वित्तीय संस्था में निवेश करते है. आम तौर पर निवेश राशी की वृद्धि अच्छे मार्केट रेट से तो होती है लेकिन बढती महंगाई के रेट के वजह से उसकी कीमत उतनी ज्यादा नहीं होती. सागवान खेती की बात करे तो सागवान लकड़ी की डिमांड मार्केट में हमेशा बढ़ती ही जाएगी लेकिन लकड़ी की उपलब्धता कम होती जा रही है. इस कारण सागवान लकड़ी के दाम भविष्य में बढ़ते ही जायेंगे. आपके कल्पना के परे सागवान लकड़ी के दाम आसमान को छुएंगे इसमे कोई शक नहीं है. सागवान की खेती समय के साथ साथ बढ़ता मार्केट रेट और मुनाफा सौ प्रतिशत दिलाएगी ये बताने के लिए किसी संशोधन की आवश्यकता बिलकुल भी नहीं है.
दोस्तों सागवान की खेती के १० चौंका देनेवाले फायदे (Top 10 Benefits of Sagwan Plantation in Hindi) आपको इस आर्टिकल में बताने की कोशिश हमने की आशा करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आएगा. किसान दोस्तों के लिए बना यह आर्टिकल ज्यादासे ज्यादा लोगों को पहुचाने के लिए शेअर अवश्य कीजिए.
Very good
Very nice and helpful information
Do you have any buyers as I have 325 teak trees for sale .
I heard it is difficult to get permission to cut tree from govt. Not easy work. If you ask permission for 100 tress they will allow max to max 5 tress. 🙂