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Home » Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi खेती से जुड़े व्यवसाय विचार

Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi खेती से जुड़े व्यवसाय विचार

May 25, 2020 by Prashant Wagh Leave a Comment

आज वर्ष २०२० में भारत की ६० से ७० फीसदी आबादी खेती और खेती से जुड़े छोटे मोटे व्यवसायों से अपना गुजारा करती है. लेकिन बदलते समय के साथ भारत आधुनिक खेती के साथ उन छोटे मोटे व्यवसायों में भी बदलाव कर रहा है. अपनी खुद की तकनीकों के साथ विदेश की उच्चतम तकनीकों को जोड़कर विकास की एक नई ऊंचाई की तरफ हम कदम बढ़ा रहे है. इजरायल, ब्राजील जैसे देशों की खेती एव पशुपालन की तकनीकिया भारत की विकास में अहम भूमिका बन रही है. आधुनिक प्रणाली से हमारा जीवन समृद्ध करने हेतु इस पोस्ट में १० खेती से जुड़े आधुनिक व्यवसायों के बारे में बताने जा रहे है (Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi).

Agriculture Business Ideas in Hindi
Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi

एक छोटा किसान जिसके पास जोतने के लिए सिर्फ १ या २ एकड़ जमीन है, वह सिर्फ खेती के भरोसे अपना गुजारा करना थोडा मुश्किल है. इसकी वजह कई बार आनेवाली बाढ़, सुखा आदि नैसर्गिक आपदाए है. साथ ही फसल की अधिक मात्रा में पैदावार हो तो बाजारोंमें दाम की गिरावट आनेपर किसान फसल का खर्चा भी निकाल नहीं पाते. इस समस्या से लड़ने का आसान तरीका खेती के साथ व्यवसाय करना ही है. आधुनिक किसान अपनी खेती एक व्यवसाय के रूपमें देखते है. आईये देखते है आधुनिक खेती के साथ किए जाने वाले १० व्यवसाय विचारों के बारे में (Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi Language).

Table of Contents

  • डेअरी फार्मिंग (Dairy farming 10th in Agriculture Business Ideas in Hindi)
  • मुर्गी पालन (Poultry Farming)
  • बकरी पालन (Goat Farming)
  • मछली पालन (Fish Farming a top profitable Agriculture Business Ideas in Hindi)
  • किसान की दुकान नजदीकी शहर में (Shop at nearest City)
  • मधुमख्खी पालन (Beekeeping & Honey Production a Top Demanding Agriculture Business Ideas in Hindi)
  • रेशमकीट पालन (Sericulture)
  • पॉलीहाउस खेती (Polyhouse Farming )
  • हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic farming)
  • वर्टिकल खेती (Vertical Farming The Top Choice in Agriculture Business Ideas in Hindi)

डेअरी फार्मिंग (Dairy farming 10th in Agriculture Business Ideas in Hindi)

डेअरी फार्मिंग (Dairy Farming)  भारत के किसान परंपरागत रूपसे सदियों से करता आ रहा है. गाय, भैस जैसे पशुओ का पालन कर उनसे पाया गया दुध बेचना एक परंपरागत व्यवसाय है. लगभग ८० फीसदी किसान इस व्यवसाय से जुड़े है. दूध और खेती के लिए खाद ऐसा दुगना मुनाफा यह व्यवसाय देता है.

किसान आधुनिक तकनीकों के चलते ज्यादासे ज्यादा दूध देने वाली गायों की प्रजातियो का पालन करके अधिक मुनाफा कमा सकते है. कम समय में अधिक उत्पादन देने वाले घास और अन्य फसलो की पैदावार करना काफी फायदेमंद है. Hydroponic Fodder System का उपयोग पुरे साल आसानीसे पौष्टिक हरा चारा पाने का आसान जरिया आज मौजूद है. गाय के गोबर का खाद आज गोबर गैस, व्हर्मी कंपोस्ट खाद प्रणाली से अधिक Valuable बन गया है.

छोटे पैमाने पर काम करने वाले किसान उत्पादित दूध को बड़े डेअरी कलेक्शन सेंटर के अलावा, नजदीकी शहर में ग्राहकों को बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकते है. दूध के साथ दूध से बने प्रोडक्ट्स घी, पनीर, बटर, लस्सी, श्रीखंड, चक्का इत्यादी गुणवत्तापूर्ण उत्पादन बनाकर शहर और गाव में बेचकर व्यवसाय को बढ़ावा देना जरुरी है. उदहारण के तौर पर मेरे गाव में डेअरी में भैस का दूध ३० रुपये लिटर अधिकतम दर से ख़रीदा जाता है. लेकिन शहर में हम दूध ५४ रूपये लिटर से खरीद रहे है. यह दूध से अधिकांश क्रीम निकाल ली जाती है.   

मुर्गी पालन (Poultry Farming)

भारत में लगभग सभी किसानों के घर मुर्गी पालन (Murgi Palan) एक आम बात है. घरमें अंडे और मांस की जरुरत को पूरा करने हेतु किसान के घर १० से २० मुर्गिया होती ही है. इन में देसी वंश की मुर्गियों को प्राधान्य दिया जाता है.

आज शहरों की बढती जरूरतों को पूरा करने हेतु विदेशी याने ब्रोयलर मुर्गी पालन (Poultry Farming) को अधिक चालना दी जा रही है. किसान मुर्गी पालन व्यवसाय की शिक्षा लेकर स्वतंत्र रूपसे चिकन विक्रेताओ के साथ मार्केटिंग करके कर सकते है. साथ ही अगर मार्केटिंग की जोखिम न लिए सगुणा, वेंकिज जैसे कंपनियों के साथ जुड़कर सुरक्षित मुर्गी पालन भी कर सकते है. मार्केटिंग कंपनिया किसानो को मुर्गियों के डॉक्टर्स, दवाई, खाद की सप्लाई करती है. किसनोको बस मुर्गियों का बेहतर पालन करना होता है.

मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए भारत सरकार की अनेक योजनाए है. इन योजनाओ में कर्ज के साथ ३० से ३५ प्रतिशत सबसिडी भी दी जाती है. मुर्गी पालन में आजकल देसी मुर्गी पालन(Desi Murgi Palan), कडकनाथ मुर्गी पालन(Kadaknath Murgi Palan), गिरिराज, वनराज प्रजातियोकी मुर्गियों का पालन अधिक मांग और मुनाफे का व्यवसाय बना है.

बकरी पालन (Goat Farming)

हमारे भारत में बकरी को गरीब किसान की गाय कहा जाता है. ज्यादातर किसानों के पास २ से ४ बकरीया होती ही है. बकरीयों से दूध की समस्या हल होती है. खेती के लिए खाद की जरुरत को भी पूरा किया जाता है. उत्पादित नर बकरा ५ से ६ महीने के आयु के बाद बिक्री योग्य होकर पैसों की बड़ी जरुरत को पूरा करता है. बकरीयों पर गाय, भैस जैसा ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता.

आधुनिक बकरी पालन (Bakri Palan) में बकरीयों को शेड में ही पाला जाता है. चराने हेतु बाहर न छोडकर जगह पर चारा डाला जाता है. देसी बकरीयों से अधिक लाभदायक पुरे विदेशी या संकरित बकरीया अपनानेसे मुनाफा अधिक होता है. देसी वंश की बकरीयो का विदेशी नर से संकर करके अधिक उत्पादन क्षम वंश निर्माण पर अधिक संशोधन जारी है.

कम जगह में, कम समय में, बकरों का वजन बढाकर अधिक उत्पादन लेना ही आधुनिक बकरी पालन का उद्देश होता है. बकरी पालन का संपूर्ण प्रशिक्षण लेकर हर साल लाखों का मुनाफा सहज साध्य है. सरकार बकरी पालन हेतु सिर्फ ४ प्रतिशत सालाना ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड से आसान लोन प्रदान करती है. साथही अन्य योजनाओ में ४० प्रतिशत तक सबसिडी की सुविधा भी उपलब्ध है.

मछली पालन (Fish Farming a top profitable Agriculture Business Ideas in Hindi)

खेती के साथ मछली पालन किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. समुद्री सीमा से दूर के इलाकों में मछली की जरुरत को पूरा करने के लिए किसानो के जरिए मछली पालन एक सफल और आसान व्यवसाय बना है. मछली पालन के लिए जरुरी है पाणी की अधिक मात्रा. खेती के लिए गर्मी के मौसम में सुरक्षित पाणी हेतु किसान खेत तालाब बनाते है. यह तालाब किसानो के लिए मछली पालन का सुनहरा अवसर बने है.

आधुनिक मछली पालन में बायोफ्लोक मछली पालन (Biofloc Fish Farming) किसानोको आर्थिक विकास के राह पर ले जाने का आसान रास्ता है. कम जगह में, कम पाणी में, कम लागत में अधिक मुनाफा यह बायोफ्लोक मछली पालन से साध्य हुवा है. तालाब में की जाने वाली मछली पालन से कई गुना कम खाद्य की जरुरत बायोफ्लोक मछली पालन में होती है. Biofloc Fish Farming is awesome technology to best income in Agriculture Business ideas in Hindi.

बायोफ्लोक मछली पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए पहले इसका सही प्रशिक्षण लेना जरुरी है. प्रशिक्षण के लिए आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो कई सारे उत्पादक प्रशिक्षण उनके प्लांट पर ही देते है. व्यवसाय पंजीकृत करके आप सरकारी कर्ज योजनओं का लाभ आसानीसे ले सकते है.

किसान की दुकान नजदीकी शहर में (Shop at nearest City)

किसान बड़ी मेहनत के साथ उत्पादन लेता है. लेकिन अंत में उत्पादित कृषी संपदा को सही दाम न मिलनेसे किसान कर्जो में डूबता नजर आता है. वास्तविक किसान उत्पादित कृषी उत्पादनों को बिक्री के लिए बड़े बाजार के दलालों पर निर्भर रहता है. जहा किसानो का उत्पादन कौड़ियो के भाव खरीद के अधिक मुनाफा कमाने का व्यापार चलता है. अगर किसान अपने उत्पादन खुदही बिक्री करने लगे तो वह अधिक मुनाफा कमा सकता है.

अकेले खेती न करते हुए परिवार के साथ या समूह खेती के साथ किसान एक सब्जी की दुकान नजदीकी शहर में शुरू कर सकता है. अगर एक एकड़ खेती है तो उसके ३ या ५ गुंठे के हिस्से कराकर हर हिस्से में अलग सब्जी का उत्पादन कर दुकान की सब्जी की आपूर्ति की जा सकती है. इस काम में सही नियोजन की अहंम भूमिका होगी. प्याज, आलू, लहसुन, सब्जिया, फल, दूध, दूध से निर्मित पदार्थ, गेहू, चावल जैसे धान, कडधान्य इत्यादी आप चाहो वह किसान उत्पादन आप अपने दुकान पर बेच सकते है.

दूध के होम डिलीवरी के साथ ग्राहकों से बातचीत कर दुकान के सारे उत्पादन की होम डिलीवरी आप शुरू कर सकते है. ग्राहकों के जरिए ग्राहक जोड़ने की कला आपको अवगत करनी होगी. याद रखिए आपके उत्पादन की बेचने की किमत जब तक आप खुद तय नहीं करोगे तब तक आपका मुनाफा भी दलाल ही तय करेंगे.

मधुमख्खी पालन (Beekeeping & Honey Production a Top Demanding Agriculture Business Ideas in Hindi)

मधुमख्खी से निर्मित शहद मानवी जीवन में अमृत समान महत्त्व रखता है. मधुमख्खीया सृष्टी की व्यवस्था में सबसे अहम भूमिका निभाती है. कई सालों से मधुमख्खीयो की संख्या बेहद कम होती जा रही है. पेड़ो पर आसानी से दिखने वाले मधुमख्खी छत्ते मानों गायब हो गए है. संशोधक इस समस्या का कारण अभीतक खोज नहीं पाए.

शुद्ध शहद के बजाय बाजारों में मिलावटी शहद महंगे दामो पर बेचा जा रहा है. इससे ही इस व्यवसाय की जरुरत और सफलता दोनों का अंदाजा लगता है. खेती उत्पादन मधुमख्खी जैसे कीटो द्वारा होने वाले परागीभवन पर भी निर्भर रहता है. खेती में अगर आप मधुमख्खी पालन की शुरुवात करते है तो इससे खेती में अधिक उत्पादन लेने में लाभ होता है.

आपकी किसान दुकान है तो आप आपके ब्रांडनेम का शहद उसी दुकान से बेच सकते है. साथ ही थोड़े मार्केटिंग स्किल का उपयोग कर अच्छे दामो पर शहद की बिक्री हर मेडिकल स्टोर, किराना दुकान के जरिए कर सकते है. मधुमख्खी पालन का सही प्रशिक्षण लेना बेहद जरुरी है. प्रशिक्षण अनेक सरकारी संस्थाओ में मुफ्त भी दिया जाता है. मधुमख्खी पालन व्यवसाय के लिए कई सरकारी योजनाएं उपलब्ध है.

रेशमकीट पालन (Sericulture)

भारत में रेशमकीट पालन पुराणकाल से किया जा रहा है. कई पौराणिक ग्रंथो में रेशमकीट पालन का जिक्र किया हुवा है. आज भारत एक फैशन का हब बना हुवा है. कपड़ो के फैशन में रेशम के कपडों की मांग सबसे अधिक होती है. कच्चे रेशम की पैदावार में भारत दुनिया में चीन के बाद दुसरे क्रम पर है. फिर भी कच्चे रेशम की जरूरती उत्पादन भारत में नहीं हो रही.

रेशमकीट पालन लगभग भारत के सभी राज्यों में किया जाता है. बढ़ती लोकसंख्या और फैशन की जरुरत का ध्यान रखते हुए संपूर्ण कृषी आधारित रेशमकीट पालन का रुतबा बढ़ता ही जाएगा.

किसान उपलब्ध खेती के आधार पर तुति की पैदावार कर रेशमकीट पालन व्यवसाय शुरू कर सकते है. शुरुवाती लागत भी कम है. साथही सरकारी योजनाओ का फायदा भी ले सकते है. रेशमकीट पालन कुटीरउद्योग में शामिल है जिससे अनेक शासकीय कर्ज प्रणालिया भी उपलब्ध है.

पॉलीहाउस खेती (Polyhouse Farming )

पॉलीहाउस खेती आधुनिक खेती तकनीक का सबसे अच्छा संशोधन है. किसान को खेती उत्पादन में ख़राब मौसम, कीटो से नुकसान, अधिक वर्षा, पाणी की कमी आदि से नुकसान उठाना पड़ता है. कई बार किसान अधिक उत्पादन होने पर फसल के दाम गिरने पर नुकसान का सामना करता है. पॉलीहाउस खेती इन सब नुकसानदायक मसलों का आसान हल है.

पारंपरिक खेती से १० से २० प्रतिशत अधिक उत्पादन पॉलीहाउस खेती में सहज साध्य है. पॉलीहाउस खेती में फसल के जरूरत के हिसाब से मौसम नियंत्रित किया जाता है. कीटों का पॉलीहाउस में घुसना असंभव होता है. पाणी जरुरत अनुसार टपक प्रणालीसे दिया जाता है इससे कम पाणी में अधिक उत्पादन होता है. संपूर्ण जैविक उत्पादन पॉलीहाउस खेती में लेना सहज साध्य है. मार्केट में जिस समय फसल की कीमत अधिक रहेगी उसी समय उत्पादन मार्केट में लाना पॉलीहाउस खेती में संभव होता है.

यह सच है की पॉलीहाउस खेती की शुरुवाती लागत ज्यादा है. लेकिन इससे मिलने वाले लाभ कई गुना ज्यादा है. लागत के लिए कई सरकारी योजनाएं उपलब्ध है. सरकार पॉलीहाउस खेती के लिए ५० प्रतिशत सबसिडी प्रदान करती है. साथ ही सरकारी बैंक लागत के ८० प्रतिशत का लोन भी देते है. कम खेती में अधिक और सुरक्षित मुनाफा पॉलीहाउस खेती से पाया जाता है. सही प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है.

हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic farming)

पॉलीहाउस खेती में हाइड्रोपोनिक संरचना का इस्तेमाल करके किसान कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा रहे है. यह एक आधुनिक तकनिकी खेती का सर्वोत्तम उदाहरण है. The Best Example of Latest Farming Technology is in Agriculture Business Ideas in Hindi.  हाइड्रोपोनिक खेती याने बिना मिट्टी के सिर्फ पाणी से खेती करना. पाणी पर आधारित खेती होते हुए भी इस तकनीक में केवल १० प्रतिशत ही पाणी की आवश्यकता होती है. पाणी की कम उपलब्धता होने वाली जगह में एक वरदान के रूप में हाइड्रोपोनिक खेती को देखा जा रहा है.

हाइड्रोपोनिक खेती की तकनीक शुरुवात में बहुत ज्यादा लागत की आवश्कता होती है. लेकिन कई किसान छोटी जगहों पर छोटा यूनिट लगाकर तगड़ा मुनाफा कमा रहे है. योग्य प्रशिक्षण ले कर आप भी हाइड्रोपोनिक खेती के और कदम बढ़ा सकते है. यह एक व्यवसायिक खेती का अच्छा अवसर है.

आप हाइड्रोपोनिक खेती की शुरुवात दो से चार किसान भाईयो के समूह में शुरू कर सकते है. इस अच्छी योजना के लिए बैंक प्रोजेक्ट लोन भी देती है. खेती से जुड़ा व्यवसाय होने के कारण कई सरकारी लाभ आपको आसानीसे मिलते है.

पढिए – सफलता की शुरुवात करने के लिए १० कम लागत और अच्छे मुनाफे के व्यापार विचार (Business ideas from home in Hindi with lower investment).

वर्टिकल खेती (Vertical Farming The Top Choice in Agriculture Business Ideas in Hindi)

खेती की क्रांति में वर्टिकल खेती एक बेहद फायदेमंद विकल्प बना है. वर्टिकल खेती जहा एक एकड़ पॉलीहाउस में १०० एकड़ से भी ज्यादा पारंपरिक खेती का उत्पादन सहज संभव किया जाता है. इस खेती के तकनीक में बहुमंजिला खेती की जाती है.

भारत में भी कई जगह पॉलीहाउस में वर्टिकल खेती की जा रही है. भारत में हल्दी, अदरक इत्यादी फसलों का उत्पादन वर्टिकल खेती के जरिए किसानो के साथ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कंपनिया कर रही है. किसान कंपनियों से जुड़कर या समूह खेती के जरिए वर्टिकल खेती की शुरुवात कर सकते है.

सही संपूर्ण प्रशिक्षण और मेहनत की तैय्यारी हो को करोड़ों रुपयों की आमदनी वर्टिकल खेती के साथ आप पा सकते है. सरकारी योजनाओ का लाभ और कम ब्याज पर कर्ज की सुविधा वर्टिकल खेती के लिए उपलब्ध है.

इस पोस्ट में आपने १० खेती से जुड़े व्यवसाय विचार देखे (Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi). पारंपरिक रूपसे कई किसान इन व्यवसायो से जुड़े है, लेकिन इनका आधुनिकरण बेहद जरुरी है. पैसो की कमी पर समूह खेती, सरकारी योजनाएं, कॉन्ट्रैक्ट खेती इत्यादी हल निकालके आप सफलता के और कदम बढ़ा सकते है.

आपको हमारा आर्टिकल १० खेती से जुड़े व्यवसाय (Top 10 Agriculture Business Ideas in Hindi) कैसा लगा कमेंट में बताए जरुर. आर्टिकल दोस्तों से शेअर करना न भूले शायद किसीकी जिंदगी सफल बन जाए.

जय जवान ! जय किसान ! जय विज्ञान !

Filed Under: Agro Trends

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